Himachal: किन्नौर में बर्फिले तूफान से तीन की मौत, रोहडू में सड़क हादसे में दादा-पोते की गई जान
हाइलाइट्स
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सोमवार को किन्नौर और शिमला में हादसे
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दोपहर के भोजन के वक्त हुआ हिमस्खलन
पोस्ट हिमाचल न्यूज एजेंसी
शिमला/ किन्नौर। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर और शिमला जिले में एक बच्चे समेत पांच लोगों की जान चली गई है।
जिले की भावावैली के मुसरिंग में हिमस्खलन से पहले आए बर्फीले तूफान में निजी हाइड्रो परियोजना में कार्यरत तीन मजदूरों की मौत हो गई। दो अन्य मजदूर घायल हो गए। सूचना मिलते ही कंपनी के अधिकारियों और पुलिस टीम ने दो शवों को कब्जे में लिया, जबकि एक घायल मजदूर ने पीएचसी कटगांव में दम तोड़ दिया। पुलिस थाना प्रभारी भावानगर जगदीश ठाकुर और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया।
सोमवार दोपहर करीब एक बजे निजी हाइड्रो परियोजना के सभी मजदूर दोपहर का भोजन कर रहे थे। मरने वालों की पहचान सीमन किंडो गांव उर्मी, झारखंड, विरयां उराव तहसील कूचा टोले झारखंड, रतन लाल झारखंड के रूप में हुई है। घायल नेपाल मूल के कृष्ण को गंभीर चोटें आने से उसे महात्मा गांधी खनेरी अस्पताल रामपुर रेफर कर दिया गया है। घायल चंद्र नाथ, झारखंड का पीएचसी कटगांव में इलाज चल रहा है।
वहीं एक अन्य हादसे में हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहड़ू उपमंडल के अंतर्गत गुजांदली-देवरीघाट संपर्क मार्ग पर चरोट कैंची में बोलेरो दुर्घटनाग्रस्त होने से दादा-पोते की मौत हो गई है। हादसे में छह लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हादसा उस समय हुआ जब सभी लोग नरैण मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करके परिजनों को सौंप दिया है। घायलों का रोहड़ू अस्पताल में उपचार चल रहा है। पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस थाना रोहड़ू से मिली जानकारी के अनुसार सभी लोग बोलेरो में सवार होकर गुजादंली-देवरीघाट संपर्क मार्ग से नरैण मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे थे। इसी बीच चरोट कैंची के समीप चालक वाहन से नियंत्रण खो बैठा। इससे गाड़ी सड़क से करीब 50 मीटर नीचे नीचे जा गिरी।